Zeeva Fertility

प्रेगनेंसी में कौन-कौन से टेस्ट ज़रूरी हैं? जानिए 7 अहम जांचें

pregnancy years

प्रेगनेंसी कंफर्म होते ही आपके मन में कई सवाल उठते हैं और सबसे पहला होता है: अब कौन-कौन से टेस्ट कराने हैं?

हर माँ चाहती है कि उसकी प्रेगनेंसी बिना किसी परेशानी के आगे बढ़े और बच्चा पूरी तरह से हेल्दी हो। इसके लिए कुछ बेसिक लेकिन बेहद जरूरी मेडिकल टेस्ट समय पर करवा लेना बहुत ज़रूरी होता है।

इस ब्लॉग में हम बता रहे हैं वो 7 जरूरी टेस्ट जो आपको प्रेगनेंसी के शुरुआती चरण में करवा लेने चाहिए।

7 pregnancy test

1. कंप्लीट ब्लड काउंट (CBC)

इस टेस्ट में आपका हीमोग्लोबिन, टीएलसी (Total Leukocyte Count), डीएलसी, और प्लेटलेट काउंट चेक किया जाता है। इससे यह पता चलता है कि शरीर में इंफेक्शन है या नहीं, और खून की मात्रा पर्याप्त है या नहीं।

2. थायरॉइड फंक्शन टेस्ट (TFT)

थायरॉइड की गड़बड़ी का असर सीधे बच्चे की ग्रोथ पर पड़ सकता है। अगर कोई दिक्कत हो, तो डॉक्टर समय पर दवा शुरू कर सकते हैं। इसलिए यह टेस्ट शुरुआत में कराना ज़रूरी है।

3. किडनी फंक्शन टेस्ट (KFT)

इसमें यूरिया और क्रिएटिनिन की जांच होती है, जिससे यह समझ आता है कि किडनी सही से काम कर रही है या नहीं। एक हेल्दी प्रेगनेंसी के लिए किडनी का अच्छा फंक्शन ज़रूरी है।

4. लिवर फंक्शन टेस्ट (LFT)

इस टेस्ट में SGOT, SGPT, Alkaline Phosphatase, और Bilirubin (Total/Direct/Indirect) की जांच की जाती है। लिवर हेल्थ गर्भावस्था में कई हार्मोनल प्रोसेसेस को प्रभावित कर सकती है।

5. यूरिन रूटीन टेस्ट

यह टेस्ट पेशाब में किसी इंफेक्शन या शुगर की मात्रा को देखने के लिए होता है। यूरिनरी इंफेक्शन प्रेगनेंसी में आम होते हैं, लेकिन सही समय पर पकड़ में आना ज़रूरी है।

6. प्रेगनेंसी स्कैन (Ultrasound)

जैसे ही प्रेगनेंसी कंफर्म होती है, एक बेसलाइन अल्ट्रासाउंड जरूरी होता है जिससे यह पता चले कि प्रेगनेंसी ठीक जगह पर है, और भ्रूण की ग्रोथ कैसी चल रही है।

7. फॉलो-अप स्कैन और टेस्ट्स

प्रेगनेंसी के दौरान समय-समय पर डॉक्टर कुछ और टेस्ट्स और स्कैन कराने की सलाह देंगे जैसे डबल मार्कर, एनटी स्कैन, एनाब्लड स्क्रीनिंग वगैरह जो बेबी की सेहत को मॉनिटर करने में मदद करते हैं।

प्रेगनेंसी का हर कदम एक नई शुरुआत जैसा होता है और इस सफर की मजबूत नींव होती है सही जांच, समय पर ट्रीटमेंट और भरोसेमंद सलाह। ये सात टेस्ट सिर्फ मेडिकल प्रोटोकॉल नहीं, बल्कि आपकी और आपके बच्चे की सेहत की पहली परत हैं।

अगर आप IVF या किसी भी फर्टिलिटी ट्रीटमेंट के ज़रिए प्रेग्नेंट हुई हैं, तो और भी ज़रूरी है कि शुरुआत से ही चीज़ें प्लान और ट्रैक की जाएं।

Zeeva Fertility टीम आपको फर्टिलिटी से लेकर प्रेगनेंसी के हर पड़ाव तक क्लीनिकल, इमोशनल और प्रैक्टिकल गाइडेंस देती है ताकि आप हर टेस्ट, हर रिपोर्ट और हर बदलाव को आत्मविश्वास से स्वीकार करें।

FAQs – प्रेगनेंसी में कौन से टेस्ट जरूरी हैं?

1. प्रेगनेंसी के शुरुआती दिनों में सबसे पहले कौन सा टेस्ट करवाना चाहिए?
सबसे पहले एक कंफर्मेशन टेस्ट (Beta hCG या यूरिन प्रेगनेंसी टेस्ट) और फिर एक प्रारंभिक अल्ट्रासाउंड करवाया जाता है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि प्रेगनेंसी सही जगह पर है और ठीक से डेवेलप हो रही है।

2. क्या ये सभी 7 टेस्ट IVF प्रेगनेंसी के लिए भी जरूरी हैं?
हाँ, IVF प्रेगनेंसी में ये टेस्ट और भी जरूरी हो जाते हैं क्योंकि डॉक्टर को आपकी बॉडी की हर सिस्टम (ब्लड, थायरॉइड, किडनी, लिवर) की हेल्थ का पूरा अंदाज़ा चाहिए होता है।

3. अगर कोई टेस्ट मिस हो जाए तो क्या नुकसान हो सकता है?
हर टेस्ट का मकसद एक संभावित दिक्कत को जल्दी पकड़ना होता है। अगर कोई टेस्ट छूट गया, तो ज़रूरी जानकारी मिस हो सकती है जो माँ और बच्चे दोनों की सेहत को प्रभावित कर सकती है।

4. क्या इन सभी टेस्ट्स के लिए खाली पेट जाना होता है?
कुछ टेस्ट जैसे ब्लड शुगर या फास्टिंग लिपिड प्रोफाइल में खाली पेट रहना जरूरी होता है, लेकिन ज़्यादातर टेस्ट जैसे CBC, TFT, KFT आदि नॉर्मल डाइट के बाद भी हो सकते हैं। डॉक्टर से कन्फर्म कर लें।

5. Zeeva में ये सारे टेस्ट और स्कैन एक ही जगह हो जाते हैं क्या?
हाँ, Zeeva Fertility में आपको प्रेगनेंसी से जुड़ी सभी ज़रूरी जांच, स्कैन और फॉलो-अप सपोर्ट एक ही छत के नीचे मिलता है ताकि आप बार-बार भागने के बजाय एक जगह भरोसे के साथ अपना पूरा सफर तय कर सकें।

COMMENT
NAME
EMAIL

Back to top:
Call for Appointment
map